Pakur : पाकुड़ में लंबे इंतजार के बाद आखिरकार सात बालू घाटों की नीलामी की प्रक्रिया पूरी कर ली गई। यह नीलामी इस बार पूरी तरह ऑनलाइन हुई और पांच साल के लिए बालू घाटों का ठेका दिया गया। खास बात यह है कि 2017 के बाद पहली बार जिले में ऑनलाइन टेंडर के जरिए बालू घाटों की नीलामी हुई है।
11 करोड़ 33 लाख की सबसे बड़ी बोली
खनन विभाग की ओर से जारी सूचना के अनुसार, सातों घाटों की बेस प्राइस 9 करोड़ 87 लाख 22 हजार 300 रुपये तय की गई थी। ऑनलाइन टेंडर में चार कंपनियों ने भाग लिया। इनमें गोकविष्ट सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, एसजी प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड, अश्बोलुश ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड और बंसल मोटर शामिल थीं। प्रतिस्पर्धा में अंततः बंसल मोटर (गोड्डा) ने सबसे बड़ी बोली 11 करोड़ 33 लाख 77 हजार 500 रुपये लगाई। इसके बाद सातों घाटों का ठेका उनके नाम स्वीकृत किया गया।
इन घाटों की हुई नीलामी
जिला खनन पदाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि इस बार सातों घाटों को कैटेगरी-2 में रखकर एक ही समूह में नीलामी की गई। इनमें महेशपुर और पाकुड़िया प्रखंड क्षेत्र के बाबूदाहा, लॉन्गबेहरा, नूरगी टोला, रोला ग्राम, डुमरिया, सहरपुर, गनपुरा, बरसिंगपुर, बेना कुंडी और घुड़नी घाट शामिल हैं।

पाकुड़ में सात बालू घाटों की नीलामी पूरी, बंसल मोटर ने लगाई 11 करोड़ की सबसे बड़ी बोली, जिला खनन पदाधिकारी राजेश कुमार क्या बोले… देखें pic.twitter.com/pH2nHL1MqQ
— Johar Live (@joharliveonweb) September 26, 2025
प्रक्रिया पूरी होने के बाद मिलेगा हैंडओवर
खनन विभाग के अनुसार, टेंडर जीतने वाली कंपनी को घाटों का हैंडओवर तुरंत नहीं दिया जाएगा। इसके लिए कंपनी को पहले सीटीओ (कंसेंट टू ऑपरेट) और ईसी (एनवायरनमेंट क्लियरेंस) जैसी जरूरी औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी। इन प्रक्रियाओं के बाद ही एग्रीमेंट साइन कर उन्हें घाटों का संचालन सौंपा जाएगा।
लोगों को आसानी से मिलेगा बालू
बालू विक्रेता नियमावली 9 मई 2025 के बाद यह पहली बड़ी नीलामी है। विभाग का कहना है कि अब ठेकेदार के जरिए जिले में बालू की आपूर्ति बेहतर ढंग से हो सकेगी। आम लोगों को पहले की तुलना में आसानी से बालू उपलब्ध होगा और सरकार को भी करोड़ों रुपये का राजस्व प्राप्त होगा।
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