Jamtara: सालुका गांव के 45 वर्षीय उत्तम मंडल की संदिग्ध हत्या के विरोध में ग्रामीण और भाजपा कार्यकर्ताओं ने नाला-सालुका मुख्य मार्ग पर करीब तीन घंटे तक सड़क जाम कर दिया। मंगलवार सुबह करीब 10 बजे शुरू हुआ जाम दोपहर 1 बजे प्रशासन के आश्वासन के बाद हटा।
घटना की जानकारी के मुताबिक, उत्तम मंडल, जो एक सक्रिय भाजपा कार्यकर्ता और किसान मजदूर थे, रविवार दोपहर 12 बजे से लापता थे। परिजन और ग्रामीणों की तलाश के बाद सोमवार सुबह 8 बजे उनका शव डूमर के पेड़ के नीचे रस्सी से फंसा मिला। शव के गले पर चोट के निशान भी पाए गए। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि हत्या गांव के ही कुछ लोगों ने की है।
इस घटना को लेकर पूरे गांव में आक्रोश व्याप्त था। भाजपा जिला अध्यक्ष सुमित शरण, पूर्व कृषि मंत्री सत्यानंद झा, वरिष्ठ नेता माधव चंद्र महतो समेत कई भाजपा नेता, विधायक प्रतिनिधि, मुखिया और स्थानीय कार्यकर्ता घटनास्थल पर मौजूद थे। उन्होंने सरकार व पुलिस प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की।
घटना स्थल पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मनोज महतो, बीडीओ अकांक्षा कुमारी, नाला प्रभाग के पुलिस निरीक्षक राजीव कुमार सिंह सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मनोज महतो ने बताया कि परिजनों का लिखित आवेदन प्राप्त हो चुका है, जिसमें कुछ लोगों के नाम सामने आए हैं। इन नामों के आधार पर जांच की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द अपराधी को गिरफ्तार किया जाएगा।
डीएसपी ने भी कहा कि प्रारंभिक जांच में हत्या परिवार के ही किसी सदस्य द्वारा किए जाने की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए जामताड़ा भेज दिया गया है।
पूर्व कृषि मंत्री सत्यानंद झा ने कहा कि यह एक बहुत गलत घटना है और आरोपी की अविलंब गिरफ्तारी होनी चाहिए। यदि जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो नाला थाना और डीएसपी कार्यालय घेराव किया जाएगा।
भाजपा के वरिष्ठ नेता माधव चंद्र महतो ने इस जघन्य कृत्य की कड़ी निंदा की और चेतावनी दी कि 24 घंटे के भीतर गिरफ्तारी नहीं होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
भाजपा जिलाध्यक्ष सुमित शरण ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा,
“यह पूरी घटना प्रशासन की विफलता और भाजपा कार्यकर्ताओं को टारगेट करने की साजिश है। जब से हेमंत सोरेन की सरकार बनी है, भाजपा कार्यकर्ताओं पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। अगर न्याय नहीं मिला तो हम सड़क से लेकर विधानसभा तक विरोध करेंगे।”
परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। पूरे गांव में डर का माहौल बना हुआ है। प्रशासन ने घटना की गंभीरता को देखते हुए नाला गांव में 24 घंटे पुलिस कैंप भी लगा दिया है, ताकि आगे की किसी भी अनहोनी को रोका जा सके।