Ranchi : NIA यानी राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बिहार के एक प्रवासी मजदूर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। इस मजदूर पर पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) सहित अन्य आतंकी समूहों के साथ मिलकर देशविरोधी गतिविधियों की साजिश रचने का आरोप है। यह साजिश जम्मू-कश्मीर और तमिलनाडु में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के उद्देश्य से की गई थी। चार्जशीट चेन्नई (तमिलनाडु) स्थित NIA की विशेष अदालत, पूनामल्ली में दाखिल की गई है। आरोपी की पहचान अखलातुर उर्फ मोहम्मद अखलाक मुजाहिद के रूप में हुई है, जो बिहार के कटिहार जिले का रहने वाला है। उस पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 196 और 197 तथा गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम [UAPA] की धारा 13(1)(b) और 39 के तहत आरोप लगाए गए हैं।
NIA के अनुसार, अखलातुर तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले में एक निजी निर्माण कंपनी में मजदूर के रूप में काम कर रहा था। अप्रैल 2025 में कायर पुलिस (चेंगलपट्टू) ने उसे देशविरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया था। बाद में मामला NIA को सौंपा गया। जांच में यह सामने आया कि आरोपी पाकिस्तान में बैठे लश्कर-ए-तैयबा के हैंडलर्स के संपर्क में था और उनके निर्देश पर “काफिरों” (गैर-मुसलमानों) को निशाना बनाने की योजना बना रहा था।
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि अखलातुर ने हथियार खरीदने के लिए तस्करों और डीलरों से संपर्क करने की कोशिश की, ताकि वह “जिहादी स्टाइल” में आतंकी हमला कर सके और देश में अस्थिरता फैला सके। हालांकि, समय रहते NIA और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने उसकी इस साजिश को विफल कर दिया।

NIA ने बताया कि मामला अब भी जांच के अधीन है और इसे “आरसी-01/2025/NIA/CHE (अखलातुर LeT और सलाफी विचारधारा मामला)” के नाम से दर्ज किया गया है। एजेंसी का कहना है कि इस केस का मकसद कट्टरपंथ और हिंसक चरमपंथ की जड़ों को खत्म करना है, ताकि ऐसे तत्व दोबारा देश की सुरक्षा को खतरा न पहुँचा सकें।
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