Johar Live Desk : क्या आपका मोबाइल फोन कभी खो गया या चोरी हो गया? अगर हां, तो आपको पता होगा कि इस समस्या से निपटना कितना मुश्किल होता है। लेकिन अब इस परेशानी का समाधान भारत सरकार की एक अनोखी पहल, ‘संचार साथी’ (Sanchar Saathi) के जरिए संभव हो पाया है। दूरसंचार विभाग (DoT) की इस योजना के तहत पूरे भारत में अब तक 5.35 लाख से अधिक खोए या चोरी हुए फोन बरामद किए जा चुके हैं।
संचार साथी क्या है?
संचार साथी एक बहुभाषी मोबाइल ऐप है जो हिंदी, अंग्रेजी के अलावा 21 अन्य भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है। यह ऐप नागरिकों को कई प्रकार की सुविधाएं देता है, जिससे मोबाइल फोन और उसकी सुरक्षा से जुड़ी तमाम समस्याओं का समाधान आसान हो जाता है।
संचार साथी ऐप के मुख्य फीचर्स
- संदिग्ध कॉल या मैसेज की शिकायत: ऐप के जरिए आप अपने कॉल या SMS लॉग से संदिग्ध नंबर की शिकायत सीधे विभाग को भेज सकते हैं।
- अपने नाम पर मोबाइल कनेक्शन जांचें: ऐप पर आप यह देख सकते हैं कि आपके नाम पर कितने मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड हैं और किसी भी अनजाने या फर्जी नंबर को बंद करवा सकते हैं।
- खोया या चोरी हुआ फोन ब्लॉक करें: यदि आपका फोन खो गया है, तो आप ऐप के माध्यम से उसे दूर से ब्लॉक कर सकते हैं, जिससे कोई भी उसका दुरुपयोग न कर सके। इसके साथ ही फोन ट्रैक करने में भी मदद मिलती है।
- फोन की असलियत जांचें: नया या पुराना फोन खरीदने से पहले उसकी असलियत जांचने के लिए यह फीचर उपयोगी है।
योजना की बड़ी सफलताएं
- 1 करोड़ से अधिक अनधिकृत मोबाइल कनेक्शन बंद: इस योजना के तहत अब तक लाखों फर्जी या अनधिकृत कनेक्शन को डीएक्टिवेट किया जा चुका है।
- 29 लाख से अधिक नंबरों की डीएक्टिवेशन: ऐप के ‘चक्षु’ (Chakshu) फीचर की मदद से संदिग्ध नंबरों की शिकायत मिलने पर उनकी कार्रवाई की गई।
- धोखाधड़ी रोकने के लिए FRI सिस्टम: फाइनेंशियल फ्रॉड रिस्क इंडिकेटर (FRI) नामक सुविधा से संदिग्ध वित्तीय गतिविधियों से जुड़े नंबरों की पहचान की गई। इसके आधार पर 34 बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने करीब 10.02 लाख बैंक खातों और वॉलेट्स को फ्रीज किया है।
‘जन भागीदारी’ से मिली सफलता
अधिकारियों के अनुसार, इस पहल की सफलता में आम जनता की सक्रिय भूमिका बहुत महत्वपूर्ण रही है। लोगों द्वारा की गई शिकायतों ने साइबर क्राइम और मोबाइल धोखाधड़ी को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
संचार साथी ऐप की शुरुआत
संचार साथी पोर्टल मई 2023 में शुरू हुआ था। इसके बाद 17 जनवरी 2024 को इसका मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया, जिसे गूगल प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। यह योजना डिजिटल इंडिया मिशन का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य हर नागरिक तक डिजिटल सुविधा पहुंचाना और डिजिटल धोखाधड़ी से सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
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