Ranchi : हरियाणा के पंचकूला में 6 दिसंबर से 9 दिसंबर तक होने वाले भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (IISF) 2025 का कर्टेन रेजर कार्यक्रम रांची मौसम केंद्र में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे शामिल हुए और उन्होंने विज्ञान के महत्व के साथ-साथ मौसम पूर्वानुमान की जानकारी भी हासिल की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रांची एयरपोर्ट निदेशक अनिल कश्यप रहे। बच्चों को IISF से जुड़े वीडियो दिखाए गए और बताया गया कि यह महोत्सव उन्हें विज्ञान और तकनीक को समझने, स्टार्टअप शुरू करने और अपने ज्ञान को बढ़ाने का अवसर देता है।
बच्चों ने जाना मौसम का पूर्वानुमान कैसे होता है
कार्यक्रम में केंद्रीय विद्यालय के माध्यमिक वर्ग के बच्चों ने जाना कि मौसम वैज्ञानिक हवा की गति, वर्षा की मात्रा, आसमान की गतिविधियां और चक्रवात आदि का पूर्वानुमान विज्ञान की मदद से कैसे जारी करते हैं। केंद्रीय विद्यालय की नौंवीं क्लास की छात्रा विनीता और अयुक्ता ने कहा कि यह कार्यक्रम बहुत जानकारीपूर्ण रहा और उन्होंने जाना कि विज्ञान की मदद से जीवन आसान बन रहा है।
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अनिल कश्यप बोले – “जिसने विज्ञान को अपनाया वही देश विकसित हुआ”
मुख्य अतिथि अनिल कश्यप ने बच्चों से कहा कि विज्ञान को अपनाए बिना कोई देश तरक्की नहीं कर सकता। उन्होंने नई पीढ़ी को विज्ञान के प्रति जिज्ञासु रहने और एक विकसित तथा आत्मनिर्भर भारत बनाने की जिम्मेदारी दी। उन्होंने डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के विचारों का जिक्र करते हुए बच्चों से ऊंचे सपने देखने का आह्वान किया।

साइंस एंड टेक्नोलॉजी से मिटती है अमीर-गरीब की दूरी : अभिषेक आनंद
रांची मौसम केंद्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि IISF की शुरुआत 2015 में हुई थी और यह हर साल किसी न किसी शहर में आयोजित होता है। इस साल महोत्सव की थीम “विज्ञान से समृद्धि फॉर आत्मनिर्भर भारत” रखी गई है। उन्होंने बच्चों को बताया कि तकनीकी और वैज्ञानिक ज्ञान बढ़ाने की जरूरत है और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर आम लोग भी इस फेस्टिवल के कार्यक्रमों में हिस्सा ले सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान मौसम वैज्ञानिक उपेन्द्र श्रीवास्तव ने झारखंड में मौसम और सिविल एविएशन में विज्ञान के महत्व के बारे में बच्चों को जानकारी दी।
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