Ranchi : रांची सेंट्रल जेल यानी होटवार स्थित भगवान बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में कैदियों से अवैध वसूली और शोषण का मामला सामने आया है। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के प्रदेश प्रभारी राजेश कुमार सिंह ने जेल आईजी सुदर्शन मंडल को पत्र लिखकर इस पूरे मामले की जांच की मांग की है। राजेश कुमार सिंह ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि जेल में NIA का बंदी प्रभु साहू अवैध रूप से कैंटीन का संचालन कर रहे है। आरोप है कि इस कैंटीन में रोजमर्रा के सामान कैदियों को मनमाने दाम पर बेचे जा रहे हैं। प्याज 150 रुपये किलो और टमाटर 100 रुपये किलो तक में बेचा जा रहा है।
खाने के नाम पर मोटी रकम की वसूली
पत्र में कहा गया है कि प्रभु साहू आम कैदियों से प्रति व्यक्ति सात हजार रुपये महीना तक खाने के लिए वसूल रहा है। इल्जाम है कि जेल में आम कैदियों के लिए बना खाना को खराब करवा दिया जाता है, ताकि कैदियों को मजबूरी में कैंटीन से खाना लेना और सामान खरीदना पड़े। वहीं, जो कैदी खुद खाना बनाते हैं, उनसे दस से पंद्रह हजार रुपये महीना तक वसूला जाता हैं।
सूखी रोटी जलाकर बनाना पड़ता है रोटी
शिकायत में यह भी कहा गया है कि कैंटीन में ऐसे कई सामान बेचे जा रहे हैं जो जेल मैनुअल के नियमों के विरुद्ध हैं। स्थिति यह है कि कई कैदी रोटी बनाने के लिए सूखी रोटी जलाकर आग जलाने को मजबूर हैं।


जेल के भीतर मोबाइल सप्लाई का आरोप
राजेश कुमार सिंह ने पत्र में यह भी आरोप लगाया है कि प्रभु साहू कैदियों से मोटी रकम लेकर मोबाइल फोन उपलब्ध करवाता है। बाहर से कैंटीन का सामान टेंपो से मंगवाने के दौरान मोबाइल फोन भी जेल के अंदर पहुंचा दिए जाते हैं। बताया गया है कि प्रभु साहू जेल के अंदर खुलेआम मोबाइल फोन का इस्तेमाल करत है।
जांच और कार्रवाई की मांग
मानवाधिकार संगठन के राजेश सिंह ने कहा है कि जेल कोर्ट के अधीन होता है और इसमें किसी भी कैदी के साथ भेदभाव या शोषण अस्वीकार्य है। संगठन ने जेल आईजी सुदर्शन मंडल से मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। राजेश कुमार सिंह ने कहा कि सभी आरोपों के सबूत उनके पास मौजूद हैं, जिन्हें जरूरत पड़ने पर कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
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