Patna : छठ महापर्व के समापन के साथ ही बिहार में चुनावी सरगर्मी चरम पर पहुंच गई है। चार दिनों के धार्मिक माहौल के बाद बुधवार से राज्य की सियासत पूरी तरह चुनावी रंग में रंग गई है। पहले चरण के मतदान से पहले सभी दलों के बड़े नेता मैदान में उतर रहे हैं। आने वाले दिनों में प्रचार अभियान और जनसभाएं ही बिहार की राजनीति का केंद्र बनने वाली हैं।
अमित शाह और राजनाथ सिंह की रैलियां
बुधवार को बिहार की धरती पर मोदी सरकार के दो बड़े चेहरे — गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह — रैलियों के जरिए जनता का रुख जानने उतर रहे हैं। अमित शाह आज दरभंगा के अलीनगर, समस्तीपुर के रोसड़ा और बेगूसराय में तीन जनसभाएं करेंगे। शाम को वे पटना में रहकर राज्य के नेताओं के साथ रणनीति बैठक भी करेंगे। वहीं, राजनाथ सिंह की रैलियां दरभंगा के हायाघाट, पटना जिले के बाढ़ और छपरा में होंगी। इन इलाकों में राजपूत मतदाताओं की संख्या अधिक है, इसलिए भाजपा इन सीटों पर सामाजिक समीकरण मजबूत करने की कोशिश में है।
एनडीए की पूरी ताकत मैदान में
एनडीए अब पूरी तरह सक्रिय हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और अन्य स्टार प्रचारक लगातार रैलियों की तैयारी में जुटे हैं। आने वाले दिनों में एनडीए की ओर से एक दर्जन केंद्रीय मंत्री भी बिहार के विभिन्न जिलों में जनसभाएं करेंगे। त्योहारों के बाद एनडीए की रणनीति साफ है — हर क्षेत्र में पहुंच बढ़ाना और जनसंपर्क के जरिए वोटरों को साधना।

योगी आदित्यनाथ और अन्य मुख्यमंत्रियों का बिहार दौरा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आज बिहार में तीन बड़ी रैलियां करेंगे।
- सुबह 11:15 बजे — सिवान (रघुनाथपुर)
- दोपहर 12:45 बजे — भोजपुर (शाहपुर)
- दोपहर 2:15 बजे — बक्सर
योगी अपने अंदाज में एनडीए उम्मीदवारों के समर्थन में माहौल बनाने की कोशिश करेंगे। - इसके अलावा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी आज बिहार पहुंचेंगे और भागलपुर (नाथनगर) में लोजपा उम्मीदवार के लिए प्रचार करेंगे।
- दिल्ली के मुख्यमंत्री के बिहार दौरे की चर्चा भी जारी है, हालांकि उनका कार्यक्रम अभी तय नहीं हुआ है।
चुनावी हवा में नई रफ्तार
छठ और दीपावली के बाद बिहार अब पूरी तरह चुनावी माहौल में डूब गया है। गांवों से लेकर शहरों तक चौपालों और नुक्कड़ सभाओं में चर्चाएं तेज हैं। एनडीए और महागठबंधन दोनों अपने-अपने सामाजिक समीकरणों को साधने और वोटरों को प्रभावित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। पहले चरण के मतदान से पहले यह सप्ताह दोनों गठबंधनों के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।
आज का दिन बिहार की सियासत में एक तरह से चुनावी महासंग्राम की शुरुआत है — एक ओर मोदी सरकार के शीर्ष नेता वोट मांगने मैदान में हैं, तो दूसरी ओर राहुल-तेजस्वी की जोड़ी विपक्षी वादों के साथ जनता के बीच उतर चुकी है। अब देखना होगा कि जनता की हवा किस दिशा में बहती है।
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