Ranchi : बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव का क्षेत्र फिर से सक्रिय हो गया है, जिसका असर झारखंड में दिखेगा। मौसम विभाग ने 2 अक्टूबर तक राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। इस दौरान गर्जन, तेज हवा और वज्रपात का भी अलर्ट जारी किया गया है। हवा की गति 30-40 किमी प्रति घंटा रह सकती है।
तापमान में बदलाव
मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों में अधिकतम तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस कम होगा। इसके बाद अगले तीन दिनों में तापमान में धीरे-धीरे 2-3 डिग्री की वृद्धि हो सकती है।
शुक्रवार को जमशेदपुर और गुमला में झमाझम बारिश
शुक्रवार को राज्य के कई हिस्सों में बारिश दर्ज की गई। सबसे अधिक 51 मिमी बारिश पलामू के चैनपुर में हुई। सबसे अधिक तापमान 37.1 डिग्री सेल्सियस सरायकेला में और सबसे कम 21.4 डिग्री सेल्सियस लातेहार में दर्ज किया गया। रांची और गुमला में भी दोपहर बाद अच्छी बारिश हुई।

मॉनसून की विदाई से पहले फिर बरसेंगे बादल
मौसम विभाग के अनुसार, 15 अक्टूबर तक देश से मॉनसून की विदाई हो सकती है, लेकिन झारखंड में इसके पहले बारिश का दौर जारी रहेगा। 25 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र 26 सितंबर को साइक्लोनिक सर्कुलेशन में बदला, जो 27 सितंबर को दक्षिण ओडिशा और उत्तर आंध्रप्रदेश तट से गुजर सकता है। इस कारण झारखंड में रुक-रुककर बारिश हो रही है।
दुर्गा पूजा में बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने बताया कि 2 अक्टूबर तक सामान्य से कम बारिश होगी, लेकिन तेज हवा और वज्रपात की आशंका है। दुर्गा पूजा के दौरान भी बारिश से राहत मिलने की संभावना कम है। 3 से 9 अक्टूबर के बीच सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है और तापमान में कमी आएगी। 12 अक्टूबर तक झारखंड से मॉनसून के विदा होने की संभावना है।
इस साल 18% अधिक बारिश
1 जून से 26 सितंबर तक झारखंड में 1176.3 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य 999.7 मिमी से 18% अधिक है। पूर्वी सिंहभूम में सबसे अधिक 1625.7 मिमी (51% अधिक) बारिश दर्ज की गई। सरायकेला-खरसावां (50%), रांची (50%), लातेहार (36%), चाईबासा (32%) और चतरा (10%) में भी सामान्य से अधिक बारिश हुई। हालांकि, पाकुड़ (-31%), गोड्डा (-15%), देवघर (-14%) और गढ़वा (-7%) में बारिश सामान्य से कम रही। सितंबर में अब तक 165.4 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य 200.9 मिमी से 18% कम है।
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