Ranchi: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महासचिव विनोद पांडेय ने सूर्या हांसदा प्रकरण को लेकर भाजपा नेताओं द्वारा जारी बयान को “भ्रामक, तथ्यहीन और सस्ती राजनीति” करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए इस मामले को तूल दे रहे हैं। पांडेय ने कहा कि भाजपा द्वारा इस गंभीर प्रकरण को सियासी मंच पर ले जाना न केवल पीड़ित परिवार के साथ अन्याय है, बल्कि आदिवासी समाज का भी अपमान है।
विनोद पांडेय ने भाजपा से सवाल उठाया कि सूर्या हांसदा पर दर्ज 24 से अधिक मुकदमों का सच क्या था और क्या अवैध खनन व तस्करी में भाजपा से जुड़े कुछ लोग शामिल नहीं रहे। उन्होंने कहा कि भाजपा केवल दिल्ली स्थित आकाओं के इशारे पर नाचती है और हेमंत सरकार को अस्थिर करने का षड्यंत्र भाजपा का अंतिम उद्देश्य बन चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि बार-बार समझाने के बावजूद भाजपा गंदा खेल खेलना चाह रही है, जो झारखंड में मुमकिन नहीं है।
महासचिव विनोद पांडेय ने स्पष्ट किया कि सूर्या हांसदा का इनकाउंटर उनकी गंभीर आपराधिक पृष्ठभूमि के कारण हुआ। राज्य सरकार ने शुरुआत से ही मामले को गंभीरता से लिया है। न्यायिक जांच और सीआईडी जांच दोनों प्रक्रियाधीन हैं। उन्होंने भाजपा नेताओं से बिना ठोस प्रमाण के पुलिस और सरकार को कटघरे में खड़ा करने की बजाय जांच एजेंसियों पर भरोसा रखने की अपील की।
विनोद पांडेय ने जोर देकर कहा कि कानून से ऊपर कोई नहीं है। यदि जांच में कोई पुलिस पदाधिकारी या अन्य व्यक्ति दोषी पाया जाता है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने भाजपा पर आदिवासी समाज के दुख-दर्द से बेपरवाह होने का भी आरोप लगाया और कहा कि भाजपा सूर्या हांसदा को ‘सामाजिक कार्यकर्ता’ बताकर जनता को गुमराह कर रही है। आदिवासी समाज अपराधियों को स्वीकार नहीं करता।
अंत में उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे जिम्मेदारी से पेश आएं और जांच पूरी होने तक धैर्य रखें, ताकि सत्य सामने आ सके।