Palamu : पलामू जिले में मवेशी तस्करी रोकने गई पुलिस टीम पर हमला करने की कोशिश की गई। तस्करों ने अपने वाहन से पुलिस अफसर और जवानों को रौंदने की कोशिश की, लेकिन समय रहते पुलिसकर्मी बाल-बाल बच गए। इस घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है।
मिली थी गुप्त सूचना, हाईवे पर लगाया गया चेक पोस्ट
नावाबाजार पुलिस को जानकारी मिली थी कि एनएच-98 पर पड़वा मोड़ से छतरपुर की ओर दो पिकअप वाहनों में मवेशियों की तस्करी की जा रही है। सूचना मिलते ही नावाबाजार थाना क्षेत्र में चेकिंग अभियान शुरू कर दिया गया।
रुकने की बजाय भागे तस्कर, पुलिस ने पीछा कर पकड़ा
चेक पोस्ट पर तैनात पुलिस अधिकारियों ने जब वाहनों को रोकने का प्रयास किया, तो तस्करों ने रुकने की बजाय सीधा पुलिस पर वाहन चढ़ाने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस ने साहस दिखाते हुए पीछा किया और नावाबाजार क्षेत्र में एक पिकअप को पकड़ने में सफलता पाई।
दो आरोपी गिरफ्तार, एक बिहार और एक झारखंड का
गिरफ्तार किए गए तस्करों में एक का नाम रंजीत कुमार है, जो बिहार के औरंगाबाद जिले के कुटुंबा का रहने वाला है। दूसरा आरोपी जुनाब अंसारी झारखंड के पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के लिधकी गांव का रहने वाला है।
तस्करी की पुष्टि, दस्तावेज नहीं दिखा सके आरोपी
पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर आरोपी मवेशियों से जुड़े वैध कागजात पेश नहीं कर सके। जांच के दौरान उन्होंने इस तस्करी में शामिल तीन अन्य लोगों के नाम भी उजागर किए, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है।
एसडीपीओ ने दी जानकारी
विश्रामपुर के एसडीपीओ आलोक कुमार टूटी ने बताया कि, तस्कर मवेशियों को पलामू के तरहसी इलाके से बिहार के संडा इलाके में ले जा रहे थे। इस पूरे ऑपरेशन में नावाबाजार थाना प्रभारी संजय कुमार यादव, सब-इंस्पेक्टर अनिल कुमार चौधरी समेत कई पुलिसकर्मी शामिल रहे।