New Delhi : कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने इजरायल के हमले में अल-जजीरा के पांच पत्रकारों की मौत को “जघन्य अपराध” करार देते हुए कड़ी निंदा की है। उन्होंने इजरायल पर फिलिस्तीन में “नरसंहार” करने का आरोप लगाया और भारत सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए।
प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “अल-जजीरा के 5 पत्रकारों की निर्मम हत्या फिलिस्तीनी धरती पर एक और जघन्य अपराध है। सत्य के लिए खड़े होने वाले इन बहादुर पत्रकारों का साहस इजरायल की हिंसा और घृणा से कभी नहीं टूटेगा। ऐसी दुनिया में जहां अधिकांश मीडिया सत्ता और व्यापार का गुलाम है, इन पत्रकारों ने सच्ची पत्रकारिता की मिसाल कायम की। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।”
The cold blooded murder of five Al Jazeera journalists is yet another heinous crime committed on Palestinian soil.
The immeasurable courage of those who dare to stand for the truth will never be broken by the violence and hatred of the Israeli state.
In a world where much of…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 12, 2025
उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, “इजरायल नरसंहार कर रहा है। उसने 60 हजार से ज्यादा लोगों की हत्या की, जिनमें 18,430 बच्चे शामिल हैं। सैकड़ों लोग भूख से मारे गए, जिनमें कई बच्चे थे, और लाखों को भूख से मरने की धमकी दी जा रही है।” भारत सरकार पर निशाना साधते हुए प्रियंका ने लिखा, “इन अपराधों पर चुप रहना और निष्क्रियता अपराध को बढ़ावा देना है। यह शर्मनाक है कि भारत सरकार चुप बैठी है, जबकि इजरायल फिलिस्तीन के लोगों पर यह तबाही मचा रहा है।”
The Israeli state is committing genocide. It has murdered over 60,000 people, 18,430 of whom were children.
It has starved hundreds to death including many children and is threatening to starve millions.
Enabling these crimes by silence and inaction is a crime in itself.
It…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 12, 2025
वहीं, इजरायल ने इन हत्याओं पर दावा किया है कि मारे गए अल-जजीरा पत्रकार अनस अल-शरीफ हमास के आतंकी समूह का प्रमुख था। इजरायल डिफेंस फोर्सेस (आईडीएफ) ने कहा कि उन्होंने शरीफ को निशाना बनाया था। शरीफ के साथ उनके चार सहयोगी मोहम्मद कुरैकेह, इब्राहिम जहीर, मोअमेन अलीवा और मोहम्मद नौफल भी मारे गए। आईडीएफ ने बयान में कहा, “शरीफ इजरायली नागरिकों और सेना पर रॉकेट हमले कर रहा था। हमारे पास हमास के दस्तावेज हैं, जो दिखाते हैं कि वह 2019 में उनके एक इकाई का हिस्सा था।”
Also Read : ऑपरेशन सिंदूर की जांबाज़ महिला ऑफिसर्स पहुंचीं केबीसी 17 में