Ranchi: रांची विश्वविद्यालय में अब छात्रों को नए वोकेशनल कोर्स की सुविधा मिलेगी। विश्वविद्यालय की एकेडमिक काउंसिल की बैठक में बीपीएड, एमपीएड, बीपीइएस और चार वर्षीय फिजियोथेरेपी जैसे नए कोर्सों की पढ़ाई शुरू करने की स्वीकृति दी गई। बैठक में कुल 12 एजेंडों पर मुहर लगी। इस दौरान कुलपति डॉ. अजीत कुमार सिन्हा सहित कई अधिकारी और सदस्य मौजूद रहे।
राज्य सरकार के निर्देश पर नई शिक्षा नीति के तहत रांची विश्वविद्यालय में भी बदलाव किए गए हैं। अब सभी पाठ्यक्रमों में भारतीय ज्ञान परंपरा से जुड़े नौ क्रेडिट जोड़े जाएंगे, जिससे विद्यार्थियों को देश की सांस्कृतिक और वैचारिक विरासत की जानकारी मिल सके।
इसके साथ ही क्षेत्रीय और जनजातीय भाषा विभाग को अब मानविकी संकाय में शामिल कर दिया गया है। यह कदम विभागीय समन्वय और पाठ्यक्रम संचालन में एकरूपता लाने के लिए उठाया गया है।
इसके अलावा जेआईसीडी (Jharkhand Institute of Craft and Design) के तहत टेक्सटाइल एंड अपैरल डिजाइन, एक्सपीरियंस डिजाइन एंड प्रोडक्ट, आर्टिफिशियल डिजाइन-क्राफ्ट कल्चर, क्राफ्ट मैनेजमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप जैसे व्यावसायिक कोर्स शुरू करने की मंजूरी भी दी गई है।
इन बदलावों का उद्देश्य युवाओं को रोजगारोन्मुखी शिक्षा देना और उन्हें आधुनिक व पारंपरिक दोनों क्षेत्रों में दक्ष बनाना है। विश्वविद्यालय जल्द ही इन कोर्सों की शुरुआत की प्रक्रिया शुरू करेगा।
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