Bodhgaya : बोधगया में आज यानी 2 दिसंबर से 12 दिसंबर तक 20वें इंटरनेशनल त्रिपिटक पाठ सेरेमनी का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन कालचक्र मैदान में होगा, जहां लगभग 22 देशों से करीब 20 हजार विशिष्ट और अतिविशिष्ट श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। श्रद्धालुओं की भीड़ और सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने पूरे बोधगया क्षेत्र में विशेष ट्रैफिक और सुरक्षा व्यवस्था लागू करने की घोषणा की है।
ट्रैफिक व्यवस्था
- समारोह की अवधि में कई मार्गों पर वाहनों के प्रवेश और पार्किंग पर विशेष प्रतिबंध लागू रहेंगे :
- नोड-01 से महाबोधि मंदिर और कालचक्र मैदान की ओर बड़े वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
- एम्बेसी मोड़ और वर्मा मोड़ से महाबोधि मंदिर की ओर बिना पास के कोई वाहन नहीं जा सकेगा।
- राजापुर मोड़ से दक्षिण बोधगया की ओर बड़े वाहनों का प्रवेश बंद रहेगा।
– हालांकि, पच्छट्टी मोड़ से सुजातागढ़ की ओर नदी पार करने वाले बड़े वाहन इस मार्ग का उपयोग कर सकते हैं। - वर्मा मोड़ से महाबोधि मंदिर की ओर बड़े वाहनों का आवागमन पूर्णतः वर्जित रहेगा।
- घूंघरी टांड़ रिवर साइड से आने वाले वाहन राजापुर मोड़ से मुड़कर सुजाता बाइपास होते हुए नोड-01 या दोमुहान की ओर जाएंगे।
- दोमुहान और नोड-01 से आने वाले वाहन राजापुर मोड़ से रिवर साइड रोड का उपयोग करेंगे।
- एम्बेसी मोड़ से वर्मा मोड़ के बीच अनावश्यक पार्किंग पर पूरी तरह रोक रहेगी। वाहनों की पार्किंग केवल निर्धारित स्थलों पर ही होगी।
सुरक्षा व बैरियर व्यवस्था
ट्रैफिक नियंत्रण के लिए विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों पर बैरियर लगाए जाएंगे। इनमें शामिल हैं – वर्मा मोड़, चिल्ड्रेन पार्क के सामने, एम्बेसी मोड़, बिरला धर्मशाला के पास, पच्छट्टी मोड़, म्यूजियम के पास, मौसा मोड़ और महाबोधि सोसायटी के पास बिरला धर्मशाला जाने वाली सड़क।
पार्किंग स्थल
प्रशासन ने वाहनों के लिए पांच प्रमुख पार्किंग स्थल तय किए हैं :
- नोड-01 के पास दक्षिण पार्किंग स्थल
- मगध विश्वविद्यालय कैंपस
- चिल्ड्रेन पार्क के पास पार्किंग
- नोड-02 के पास पार्किंग
- कालचक्र मैदान गेट नंबर-02 के सामने कब्रिस्तान के पास खाली भूमि (VIP एवं सरकारी वाहन)
प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे निर्धारित ट्रैफिक नियमों का पालन करें और किसी भी परेशानी से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें।
Also Read : झारखंड में ठंड होने वाली है तेज : तीन दिन बाद पारा 3-4 डिग्री लुढ़केगा, गुमला में सबसे सर्द रात


