Johar Live Desk : अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद कम रहने और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की लगातार बिकवाली के चलते शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार लाल क्षेत्र में खुले। बिहार चुनाव के नतीजों के लिए मतगणना जारी थी, जिससे शुरुआती कारोबार में बाजार पर हल्का दबाव रहा।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 292 अंक या 0.35% गिरकर 84,185 पर और निफ्टी 85 अंक या 0.33% गिरकर 25,794 पर आ गया। वहीं, ब्रॉडकैप सूचकांक बेहतर प्रदर्शन करते हुए निफ्टी मिडकैप 100 0.27% और निफ्टी स्मॉलकैप 100 0.15% बढ़े। सेक्टरल इंडेक्स में एफएमसीजी 0.28% नीचे, आईटी 0.94% नीचे, ऑटो 0.35% नीचे और मेटल 0.54% नीचे थे। निफ्टी मीडिया में 0.72% की बढ़त दर्ज की गई।
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने गुरुवार को 384 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू निवेशक 3,092 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार रहे। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 5 पैसे गिरकर 88.75 पर आया। विश्लेषकों का कहना है कि बिहार चुनाव के नतीजे बाजार पर अस्थायी असर डाल सकते हैं। लंबी अवधि में बाजार की दिशा कंपनी आय और आर्थिक विकास पर निर्भर करेगी। निफ्टी के लिए तत्काल प्रतिरोध 25,950 और 26,000 अंक पर है, जबकि समर्थन 25,700 और 25,750 अंक के आसपास है।

अनिल कुमार भंसाली, फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स के ट्रेजरी प्रमुख ने कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की घोषणा न होने से निवेशक सतर्क हैं। उन्होंने बताया कि आरबीआई बॉन्ड बाजार में हस्तक्षेप कर रहा है ताकि तरलता बनी रहे और प्रतिफल कम रहे। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी दबाव रहा। वॉल स्ट्रीट पर नैस्डैक 2.29%, एसएंडपी 500 1.66% और डॉव 1.65% गिर गए। एशियाई बाजारों में शंघाई सूचकांक 1%, शेन्जेन 1.09% और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 2% गिरा।
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