Ranchi : बिहार में 6 नवंबर को पहले चरण का विधानसभा चुनाव है। अपने वोट का प्रयोग करने के लिए रांची से हजारों लोग बिहार की ओर जा रहे हैं। इस कारण ट्रेनों में भारी भीड़ नजर आ रही है और कई ट्रेनों में सीटें पूरी तरह भर चुकी हैं। इसके अलावा 5 नवंबर को विमानों के किराए में भी चौगुनी वृद्धि देखी गई है।
ट्रेन आरक्षण की स्थिति :
ट्रेन आरक्षण की स्थिति भी चुनौतीपूर्ण है। हटिया-पूर्णियाकोर्ट एक्सप्रेस में 5 नवंबर को स्लीपर क्लास में रिग्रेट है और 3-4 नवंबर को सभी श्रेणियों में वेटिंग है। वंदे भारत एक्सप्रेस में कुछ सीटें उपलब्ध हैं, जबकि मौर्या एक्सप्रेस में 4-5 नवंबर को सभी श्रेणियों में वेटिंग है। हटिया-इस्लामपुर एक्सप्रेस में 3 से 5 नवंबर तक स्लीपर में 50 से ज्यादा वेटिंग है। पाटलीपुत्र एक्सप्रेस में 3-4 नवंबर को वेटिंग है और 5 नवंबर को 40 से कम सीटें उपलब्ध हैं। जयनगर-राउरकेला एक्सप्रेस में 5 नवंबर को स्लीपर में करीब 50 वेटिंग है, जबकि दरभंगा-चर्लपल्ली वाया रांची में 4 नवंबर को स्लीपर में सीटें रिग्रेट हैं।
बस और टैक्सी की स्थिति :
झारखंड से बिहार जाने वाली बसों को चुनावी कार्य में नहीं लगाया गया है। इसके कारण कई प्राइवेट टैक्सी और छोटी बसें भी बिहार नहीं जा रही हैं, जिससे यात्रियों को कठिनाई हो रही है। झारखंड टूर एंड ट्रैवल एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरदीप सहाय ने बताया कि कुछ गाड़ियां चुनाव कार्य के लिए रोक दी गई हैं, जिससे बिहार जाने में और भी परेशानी बढ़ सकती है।

यात्री अनुभव :
यात्री भी परेशान नजर आ रहे हैं। अमित कुमार ने बताया कि प्राइवेट टैक्सी से पटना जाना चाहते थे, लेकिन 3 नवंबर को कोई वाहन उपलब्ध नहीं था। वहीं अमित शर्मा ने कहा कि अभी बिहार जाने के लिए कोई कॉमर्शियल गाड़ी नहीं मिल रही है। कुल मिलाकर, बिहार चुनाव से पहले रांची से बिहार जाने वाले लोगों को ट्रेनों और सड़क परिवहन दोनों में भारी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
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